kesar milk benefits in pregnancy;प्रेग्नेंसी के दौरान सीमित मात्रा में ही केसर का सेवन करना चाहिए ! क्योंकि ज्यादा सेवन करने से आपके स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ता है।गर्भवती महिलाओं को केसर वाला ही दूध पीने की अधिक सलाह दी जाती है। केसर वाला दूध पीने के बहुत फायदे हैं। [Kesar Milk Benefits in Pregnancy] गर्भवती महिलाओं को केसर वाला दूध पीने से गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है। और गर्भ में पल रहे भ्रूण के बेहतर विकास के लिए और सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके फायदों को जान कर कई महिलाएं इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने लगती हैं, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
kesar milk in pregnancy:
आपके गर्भवती होते ही सभी दोस्त रिश्तेदार से अलग – अलग तरीके की नसीहतें मिलने लगती होंगी। इस में अधिकांश उनके खुद के अनुभव होते होंगे लेकिन !ऐसे में जरूरी ये है कि आप खुद से सही तरीके से जांच करने के बाद किसी के सुझाव को मानें। इस काम में हम मदद करने के लिए एक्सपर्ट की जानकारी आप तक पहुंचाते रहेंगे ।ऐसे ही एक और सवाल है क्या केसर वाला दूध पिने से बच्चा गोरा होता हैं [kesar milk in pregnancy] केसर का फायदा तो सभी लोग जानते हैं जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर केसर आपके चेहरे को कोमल बनाता है और स्किन साफ करता और झुर्रियों को भी कम कर देता है। लेकिन गर्भावस्था में केसर का दूध पीना मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद है?
>केसर से पाचन और एसिडिटी, गैस, और कब्ज़ जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
> केसर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं
>केसर से ऐंठन और दर्द में बहुत राहत मिलती है.
>केसर से शरीर की कमज़ोरी दूर होती और ऊर्जा बानी रहती है.
> केसर में सेरोटोनिन हार्मोन का उत्पादन होता है, जो मूड में सुधार करता है
प्रेगनेंसी में केसर के फायदे:
प्रेगनेंसी के दौरान केसर के कई फ़ायदे हो सकते हैं:
पाचन में सुधार करता हैं :
प्रेग्नेंसी में दौरान केसर वाला दूध पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। और पेट से जुड़ी सभी समस्या से छुटकारा मिल जाता है। इसके नियमित सेवन से गैस, कब्ज एसिडिटी और पाचन संबंधी समस्याओं से जल्द राहत मिल जाती है।
केसर वाला दूध बेहतर नींद लाने में सहायक हैं :
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को नींद ना आने की समस्या होती है, जो की मानसिक थकान का कारण बनती है। रात को सोने से पहले एक ग्लास केसर वाला दूध पीने से अच्छी नींद आती हैं और सारा थकान भी गायब हो जाती है। इसमें सेरोटोनिन स्तर को बढ़ाने वाले गुण होते जो नींद लाने में आपकी मदद करते हैं।
मूड को बेहतर करे:
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अक्सर मूड स्विंग्स की समस्या रहती है। ऐसे समय में केसर वाला दूध पीने से मूड स्विंग्स को कम करने में बहुत मदद मिलती है।, केसर नेचुरल एंटीडिप्रेसेंट माना जाता है, क्युकी बेहतर मूड बनाने में सहायक होता है। केसर वाले दूध से चिड़चिड़ाहट,मानसिक तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
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प्रेगनेंसी में केसर का दूध कब पीना चाहिए: Best Time To Drink Saffron Milk In Pregnancy
प्रेग्नेंसी में केसर का सेवन मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद रहता है। गर्भावस्था में केसर का दूध किस महीने से पीना चाहिए, ये जानना हर महिला के लिए जरूरी हो जाता है। डॉक्टर आमतौर पर यह सलाह देते हैं की प्रेग्नेंसी के 7वें महीने से केसर के दूध का सेवन शुरू कर देना चाहिए है। 7वें महीने से बच्चे का विकास ज्यादा स्थिर होता है और केसर वाला दूध गर्भावस्था के आखिरी महीनों में होने वाली असुविधाओं को कम करने में मदद करता है।
प्रेग्नेंसी में केसर का सेवन सही मात्रा में करना जरूरी रहता है। अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं करना चाहिए है। प्रेग्नेंसी में आप 3 से 4 रैशे को केसर के दूध में डालकर दिन में एक बार कभी भी पी सकती हैं। जिससे शिशु के स्वास्थ्य पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
Kesar milk in pregnancy in hindi-केसर का दूध बनाने की विधि जाने!
प्रेग्नेंसी में केसर का दूध बनाने के लिए आपको पहले दूध गर्म कर लेना हैं फिर दूध में केसर डालकर अच्छे से मिला ले । थोड़ी देर इसे ऐसे ही छोड़ दें और फिर इसका सेवन करें। आप इसे फ्रिज में ठंडा करके पी सकते हैं।
Controls Blood Pressure-ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता हैं !
प्रेगनेंसी में महिलाओं का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। केसर वाला दूध पीने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में किया जा सकता है। केसर में क्रोसेटिन और पोटैशियम होता है, जो की ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। गर्भावती महिलाओ को केसर वाला दूध पीने से हाई बीपी की समस्या में बहुत लाभ मिलता है।
प्रेगनेंसी के दौरान ,स्वस्थ भोजन के लिए इन बातों का ध्यान रखें,जानें सबकुछ
प्रेगनेंसी में महिलाओ को प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाना चाहिए,जैसे चिकन मछली,दाल,और सोया.अंडे!
प्रेगनेंसी में साबुत अनाज वाले खाद्य पदार्थ खाएं खाना चाहिए, जैसे ब्राउन राइस,ओट्स और.गेहूं की रोटी
प्रेगनेंसी में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खाना चाहिए !
डेयरी प्रोडक्ट्स दूध,पनीर बीन्स खाएं.फल खाएं.
प्रतिदिन 300 अतिरिक्त कैलोरी लेना चाहिए !
प्रेगनेंसी में इन चीज़ों को खाने से परहेज करना चाहिए !
होममेड मेयोनेज़,अधपके अंडे ,
सोडा,ज़्यादा कॉफ़ी, चाय, और एनर्जी ड्रिंक्स
वाइन.शराब,और बीयर,
कच्चा या अधपका चिकन
महिलाओ को गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए?
1 ) प्रेगनेंसी में महिलाओ को कैसे बैठना चाहिए!
प्रेगनेंसी में एक जगह ज्यादा देर तक नहीं बैठना चाहिए। और गर्भावस्था में बैठते समय पेट के निचले हिस्से को सीधा रख कर बैठने की कोशिश करें,जिसे आपको बैठने में दर्द का आभास बिलकुल नहीं होगा। गर्भावस्था में पीठ को सीधा कर के ही बैठें,
2 ) प्रेगनेंसी में फल और जूस का सेवन जरूर करे !
गर्भावस्था में ताजे फल का सेवन करना बहुत लाभकारी होता है। जैसे,संतरा,अनार,सेब नाशपाती का सेवन किया जा सकता है। यह आपको और बच्चे को स्वस्थ रखने में बहुत लाभदायक होता है। महिलाओं को कुछ फलों का सेवन गर्भावस्था में नुकसान भी कर सकता है, जैसे की -अनानास पपीता,तो आपको ऐसे फलों से दूर रहना चाहिए।
3 )महिलाओं को प्रेगनेंसी में सुबह कितने बजे उठना चाहिए!
गर्भावस्था महिलाओं का ऐसा दौर होता है, जब अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करनी पड़ जाती है, जैसे की -सोना, उठना, समय पर खाना । डॉक्टर हमेशा गर्भवती को सुबह जल्दी उठने की सलाह देते हैं। जिसे महिला के शरीर में ऊर्जा बनी रहे है। गर्भवती को सुबह जल्दी उठना महिला के लिए और गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
4 ) महिलाओं को गर्भावस्था में सूखे मेवे को शामिल करना चाहिए !
महिलाओं को गर्भावस्था में सूखा मेवा खाना चाहिए । गर्भावस्था के दौरान आप, काजू, अखरोट, बदाम का सेवन करना चाहिए हैं। इसमें आपको कई तरह के पोषक तत्त्व मिलते हैं ।
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए?
1 ) गर्भवती महिलाओं को अल्कोहल और धूम्रपान से बचना चाहिए
गर्भवती महिलाए अल्कोहल और धूम्रपान न करे! यह गर्भवती के साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु को भी बहुत नुकसान पहुंचाता है। इसका असर नवजात के मानसिक विकास पर पड़ता है। इस से शिशु का पूरी तरह से विकास नहीं होता है और गर्भपात का भी खतरा बढ़ जाता है।
2 ) गर्भावस्था के दौरान पपीते का सेवन न करें
गर्भावस्था में महिलाओ को पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। पपीते में कैमिकल पाया जाता है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के लिए खतरनाक होता है।
3 ) प्रेग्नेंसी में भारी एक्सरसाइज से बचें
प्रेग्नेंसी में महिलाओ को ज्यादा मेहनत वाले एक्सरसाइज से बचना चाहिए। एक्सरसाइज करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से आवश्य परामर्श कर लेना चाहिए ! अगर आपको किसी तरह की समस्याएं होती है तो आपको एक्सरसाइज बंद कर देना चाहिए या डॉक्टर के सलाह पर ही करना चाहिए । नियमित रूप से लगभग १५ मिनट एक्सरसाइज कर सकती हैं।
4 ) गर्भावस्था में महिलाए ऐलोवेरा जूस से बचें
ऐलोवेरा हेल्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है,त्वचा और बालों के लिए,गर्भावस्था में एलोवेरा जूस आपके लिए खतरनाक हो साबित हो सकता है। इसलिए आपके लिए यही सही रहेगा की गर्भावस्था के पहली तिमाही में एलोवेरा जूस का सेवन बंद कर दे।