Dengue symptoms in hindi – डेंगू जानलेवा बीमारी है। कई देश डेंगू बुखार के बढ़ते आंकड़ों से परेशान हैं इसने आम जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसका अभी तक कोई भी वैक्सीन या टीका नहीं बनाया गया हैं, जिसे इस बीमारी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। दुनिया में 128 देशों में अभी तक यह बीमारी पहचानी जा चुकी है या कहें की दुनिया के 128 देश इस बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डेंगू बुखार में मरीज़ की हड्डियों में ज़्यादा दर्द होता है ऐसा लगता कि उसकी हड्डियां टूट रही हों। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि यह बीमारी कितनी घातक हैं।
डेंगू लक्षण: समय रहते पहचान लें आप डेंगू के लक्षण ताकि आप खुद को सुरक्षित रख सकें !
डेंगू ऐसी बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है और आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। डेंगू के लक्षणों को समय पर पहचान कर उपचार करवाना बहुत जरूरी है,यह ब्लॉग आपको डेंगू के लक्षण कारण और निदान करने में आपकी बहुत मदद करेगा।
What is dengue – डेंगू क्या है?
डेंगू मच्छरों के काटने से फैलने वाला वायरस है, एडीएस मच्छर और टाइगर मच्छर के काटने से डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के ब्लड संपर्क के माध्यम से फैलता है,!
Cause of fever –डेंगू बुखार के कारण
यह वायरस चार प्रमुख सरों को संक्रमित कर सकता है,जब व्यक्ति एक प्रकार के डेंगू वायरस से संक्रमित हो जाता है, तो उसके शरीर में पहले इंफेक्शन के बाद उसकी प्रतिरक्षा बन जाती है, जिसके परिणामस्वरूप डेंगू बुखार का बढ़ जाना होता है। डेंगू बुखार चार निकट संबंधी डेंगू विषाणुओं में से किसी एक के कारण होता है। और ये विषाणु उन विषाणुओं से संबंधित हैं जो वेस्ट नाइल संक्रमण और पीत ज्वर का कारण बनते हैं।
डेंगू बुखार के लक्षण – Symptoms of dengue in hindi
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डेंगू हल्का या गंभीर दो तरह के होते है। इसके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। बच्चों और किशोरों में माइल्ड डेंगू होने पर कई बार लक्षण नजर नहीं आते हैं। डेंगू के लक्षण संक्रमण के 4-10 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं। शुरुआत में ये लक्षण आम फ्लू या वायरल बुखार जैसे लगता हैं लेकिन समय के साथ ये लक्षण और गंभीर हो सकते हैं। डेंगू के लक्षण निम्नलिखित हैं:
उल्टी होना
आंखों में दर्द होना
सिरदर्द
मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
स्किन पर लाल चकत्ते होना
1 . थकान
डेंगू के मरीज बहुत जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं उन्हें शारीरिक कमजोरी का अहसास होने लगता है।
2 . ज्यादा साँस लेने में मुश्किल
कई मरीजों को डेंगू के कारण साँस लेने में मुश्किल होती है उन्हें साँस लेते समय सांसों की तेजी में कमी का अहसास होने लगता है।3 . खोने में बहुत ज्यादा सूजन
3 .त्वचा पर चकत्ते या लाल दाने होना
डेंगू के मरीजों की त्वचा पर लाल दाने और चकत्ते हो जाते हैं, जिसे “डेंगू के चकत्ते” कहा जाता है। और ये डेंगू के इन्फेक्शन का एक प्रमुख प्रतीक होते हैं।
4 . बुखार
डेंगू के मरीजों को तेज बुखार रहता है, जो की अचानक ही आता है और कुछ दिन बना रहता है। बुखार का स्तर तेजी से बढ़ता है
5 . पेट दर्द
डेंगू के मरीजों को उल्टी की समस्या और पेट में दर्द की समस्या होती है। यह लक्षण बच्चों में देखा जाता है।
7. खून की गंग्रेन
डेंगू के मामलों में,खून की गंग्रेन गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जो की व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत खतरनाक होती हैं।
Dengue ke lakshan in hindi
डेंगू बुखार के संकेत, जो कि जीवन की आपातकालीन स्थिति होती है जो बहुत जल्दी विकसित होती है। डेंगू के संकेत आमतौर पर बुखार के जाने के पहले या बाद में शुरू होते हैं, जिनमें निम्नलिखित लक्षण शामिल हो सकते हैं:
जल्दी थकान होना
चिड़चिड़ापन और बेचैनी होना
सांस लेने में कठिनाई आना या तेजी से सांस लेना
पेट में गंभीर दर्द होना
लगातार उल्टी करना
नाक या मसूड़ों से खून आना
उल्टी में रक्त आना या मूत्र, मल
Prevention of Dengue Fever in Hindi-डेंगू से बचाव के उपाय
डेंगू से बचाव के लिए कई सावधानियां अपनाना चाहिए हैं। डेंगू से बचाव के लिए प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं:
1 , शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें चाहिए :मच्छरों के काटने से बचाव के लिए पूरे कपड़े पहनें चाहिए ।
2, मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए : सोते समय मच्छरदानी लगा कर ही सोना चाहिए ! खासकर उन क्षेत्रों में जहां मच्छरों का खतरा अधिक रहता है।
3, मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए : मच्छर से बचाव के लिए रूम में मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए ।
4, आसपास के क्षेत्र और घर को साफ सुथरा रखें: गमला टायर कूलर में पानी को जमा नहीं रखना चाहिए ! इससे मच्छरों को पनपने का मौका नही मिला ।
5, बाहर कीटनाशकों का छिड़काव करते रहे समय-समय पर : बाहर और घर के अंदर और आसपास के क्षेत्रों में कीटनाशकों का छिड़काव करते रहे ।
Treatment of dengue –डेंगू का इलाज
डेंगू एक गंभीर बीमारी है जिसका इलाज समय रहते करना जरूरी होता है डेंगू के लिए कोई खास दवा या सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर बुखार, होने पर नियंत्रित करने के लिए पारासिटामोल दवा खाने की सलाह देते है। शरीर को हाइड्रेटेड रखकर डेंगू को कंट्रोल में रखना एक सबसे महत्वपूर्ण तरीका है। पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पानी पीना चाहिए। आप खुद से एस्पिरिन और इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का सेवन भूलकर भी ना करें,ये रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। यहाँ डेंगू के इलाज के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी है!
1 . डेंगू के प्रति हाइड्रेशन:
इस बीमारी के दौरान ज्यादा पसीना होता है शरीर से तरलता की कमी होती है। मरीज को डेंगू के प्रति हाइड्रेशन को ठीक करने के लिए पानी आवश्यकता होती है।
2. पूरी चिकित्सा देखभाल:
डेंगू के मरीज को देखभाल की आवश्यकता होती है, जब अस्पताल में भर्ती होते हैं तो उनकी स्थिति का निगरानी रखा जाता ।
3. डेंगू से सावधानियां:
डेंगू से बचाव के उपायों का पालन करना चाहिए , मच्छर के काटने से बचना चाहिए ,वायरस के संक्रमण से सावधान रहने की आवश्यकता है।
4. आराम करना और स्वस्थ आहार लेना :
मरीज को ठीक होने के बाद भी स्वस्थ आहार लेना चाहिए और आराम करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
डेंगू बुखार के दौरान क्या खाएं?
डेंगू से जल्दी रिकवरी के लिए अपने आहार में डेंगू के लिए इन सर्वोत्तम खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए !
हाइड्रेटिंग तरल पदार्थ:
1 , नारियल पानी: प्राकृतिक रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होने के कारण नारियल पानी,बुखार के दौरान खोए हुए तरल पदार्थ को पुनः प्राप्त करने में मदद करता है।
2, पानी: शारीरिक कार्यों को बेहतर बनाने के लिए खूब पानी पिएँ। दिन में कम से कम 7 -9 गिलास पानी पिए ।
3, साफ़ शोरबा: सब्जी या चिकन शोरबा जलयोजन, गर्मी और पोषण प्रदान करते हैं।
अच्छे से पकी हुई सब्जियाँ:
1, कद्दू कुम्हड़ा: ये सब्जियाँ बहुत हल्की होती , आसानी से पचने वाली और विटामिन से भरपूर हैं।
2, गाजर खाना : पौष्टिक तत्व जोड़ने के लिए गाजर को भाप में उबालें डेंगू आहार में नरम होता गाजर ।
3, पत्तेदार सब्जिय खाना :पालक या पका हुआ केला पाचन पर बोझ डाले बिना आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं !
डेंगू के दौरान खानपान ?
डेंगू में सही खानपान आपके स्वास्थ्य में सुधार लाने में बहुत मदद करता है। डेंगू के दौरान निम्नलिखित आहार लेना फायदेमंद होता है:
1.नारियल का पानी: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए नारियल फायदेमंद रहता है।
2 .पपीता के पत्तों का रस पीना: डेंगु में पपीता के पत्तों का रस पीने से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में बहुत मदद करता है।
3.सब्जियों का सूप और दाल : सब्जियों का सूप ये शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में और कमजोरी दूर करने में सहायक करती हैं।
4.खट्टे फल खाना : खट्टे फलों में विटामिन C की मात्रा अधिक होती है जो की प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत सहायक होती हैं
[Conclusion] निष्कर्ष
डेंगू एक गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। लेकिन समय पर लक्षणों की पहचान और उचित इलाज से स्वस्थ होना संभव है इसके लक्षणों को समय पर पहचानना महत्वपूर्ण है सही निदान और सावधानी बरतने से आप डेंगू से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। डेंगू से बचाव के लिए उपायों का पालन करें। सावधान रहें, साफ-सफाई बनाए रखें यदि आपको डेंगू के लक्षण हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और डेंगू से बचने के उपाय अपनाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
डेंगू को जल्दी कैसे ठीक करें?
तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं, पेरासिटामोल लें और डॉक्टर से परामर्श लें।
डेंगू कब खतरनाक हो जाता है?
डेंगू खतरनाक होता है जब प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है और आंतरिक रक्तस्राव का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
डेंगू में कितनी प्लेट होना चाहिए?
डेंगू में सामान्य प्लेटलेट्स संख्या 150,000 तक होनी चाहिए।
डेंगू बुखार होने पर दूध पी सकते हैं ?
डेंगू बुखार के दौरान दूध और अन्य डेयरी उत्पादों से बचने की सलाह दी जाती है, इन्हें पचाना कठिन हो
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