Pneumonia in Hindi-निमोनिया क्या होता है न्यूमोनिया के लक्षण, कारण, घरेलू इलाज और परहेज

Pneumonia in hindi

निमोनिया क्‍या है? [Pneumonia in Hindi]

निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक संक्रमण है। यह संक्रमण आम तौर पर बैक्टीरिया और वायरस के कारण हो सकता है निमोनिया होने पर एक या दोनों फेफड़ों में सूजन हो जाता है निमोनिया होने पर फेफड़ों में मौजूद वायु थैली में हवा या मवाद भर जाता है। इस वजह से मरीज को खांसने और सांस लेने में परेशानी होती है। यह आपके फेफड़ों में मौजूद छोटी हवा की थैलियों को प्रभावित करता है। आपको जब निमोनिया होता है, तो हवा की थैलियाँ सूज जाती हैं और तरल पदार्थ से भर जाता हैं। जिसे आपको साँस लेने में मुश्किल आती हैं जिसकी  प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। उन लोगों में निमोनिया से गंभीर लक्षण नहीं होता जबकि अन्य लोगो को आपात स्थिति में अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है निमोनिया हल्की बीमारी भी हो सकती है यह कभी-कभी बहुत गंभीर भी हो सकती है। निमोनिया जानलेवा भी होता है

1, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग के लिए जानलेवा होता हैं

2, 2 साल से कम उम्र के बच्चो के लिए खतरनाक होता हैं

यदि आप सर्दी फ्लू से ठीक हो रहे और फिर आपकी स्थिति बदतर हो जाती है, तो यह निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं

निमोनिया के लक्षण: 

Pneumonia in Hindi: निमोनिया मुख्य रूप से फेफड़ों को ही प्रभावित करती हैं । फेफड़ों का मुख्‍य कार्य हमारे रक्त को ऑक्सीजन देना होता हैं अतिरिक्त कार्बन डाइऑक्साइड को निकालना होता हैं निमोनिया के लक्षण में सांस लेने की समस्या खांसी तेज बुखार हैं। यह मुख्य रूप से विषाणु और जीवाणु के संक्रमण के कारण होता हैं । यह वायरस पेरासाइट्स के कारण भी हो जाता हैं । और इसके अलावा निमोनिया सूक्ष्म जीव, कुछ दवाये और अन्य रोगों के संक्रमण से भी हो जाता हैं !आज हम आपको कुछ सामान्य निमोनिया के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं!

निमोनिया के लक्षण और निमोनिया सिम्पटम्स इन हिंदी में बता रहे हैं!

  • बेचैनी महसूस करना
  • जी मचलाना और उल्टी
  • आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है
  • खून के रंग जैसे अलग-अलग हो सकते हैं
  • आपको ठंड और पसीना महसूस होता है, और आपकी त्वचा पीली या धब्बेदार होती है

आपने पेशाब करना बंद कर दिया है या सामान्य से बहुत कम पेशाब कर रहे हैं।

  • आप भ्रमित हो जाते हैं या बहुत नींद में रहते हैं

निमोनिया से बचाव के तरीके:

अंतर्निहित स्थितियों को प्रबंधित करें: मधुमेह और पुरानी फेफड़ों की बीमारी अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों का प्रबंधन भी निमोनिया के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

अच्छी स्वच्छता बनाए रखें: अपने आसपास और घर में स्वच्छता बनाए रखें। अपने हाथों को बार-बार धोना चाहिए खांसते और छींकते समय अपना मुंह और नाक दोनों को ढाक ले और बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें।

वैक्सीन: अच्छे डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और निमोनिया की वैक्सीन के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहिए ।

धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान फेफड़ों को बहुत नुकसान पहुंचाता है आपको निमोनिया सहित अन्य श्वसन संक्रमण का कारण बनता है।

स्वस्थ रहें: स्वस्थ जीवनशैली बनाकर रखें, पर्याप्त नींद लें, संतुलित आहार लेना चाहिए ,नियमित व्यायाम करें और तनाव को काम करें। इम्युनिटी को बढ़ाना निमोनिया के जोखिम को कम करता है।

बच्चों में निमोनिया के लक्षण:

बच्चों में निमोनिया के विभिन्न लक्षण दिखाई देते हैं, जो संक्रमण के प्रकार और गंभीरता के आधार पर अलग-अलग हो सकता हैं। बच्चों में निमोनिया के ये आम लक्षण होते हैं

> बुखार, पसीना आना, ठंड लगना, त्वचा लाल होना, बेचैनी

> खांसी, अक्सर कफ के साथ

> सांस लेने मे तकलीफ

> खांसी, बहती नाक, सर्दी की तरह शुरू होने वाले लक्षण 
> खांसते समय सीने में दर्द होना

यदि आपके बच्चो में यह लक्षण दिखाई दें तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक हो जाता हैं

Symptoms of Pneumonia in Children-छोटे बच्चों में निमोनिया के लक्षण

उसे भूख काम या बिलकुल नहीं लग रही हो।

छोटे बच्चों में बुखार के साथ पसीना व कंपकंपी होने लगती है।

जब वह अस्वस्थ दिख रहा या कमजोरी लग रही हो।

जब बच्चे को बहुत ज्यादा खाँसी हो रही हो।

न्यूमोनिया के लक्षण, कारण, घरेलू इलाज और परहेज

Pneumonia in hindi

Causes of Pneumonia-निमोनिया के कारण

निमोनिया होने के निम्न कारण हो सकते हैं

निमोनिया फेफड़ों के संक्रमण के कारण होता है। संक्रमण बैक्टीरिया के कारण होता हैं।

कई प्रकार के जीवाणुओं से निमोनिया होने का खतरा रहता हैं

सर्दी या फ्लू के कारण हो सकता है, निमोनिया जिससे रोगाणु आपके फेफड़ों तक आसानी से पहुंच जाते हैं

बैक्टीरिया,वायरस, या अन्य जीवों से निमोनिया होने का खतरा रहता हैं

 

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Home Remedies for Pneumonia in Hindi-निमोनिया का घरेलू उपचार करने के लिए उपाय हैं 

आप निमोनिया का घरेलू इलाज और pneumonia ke lakshan करने के लिए निम्न उपाय हैं!

1 .भाप से निमोनिया का उपचार कर सकते हैं :

भाप लेने से संक्रमण में कमी आजाती है। इससे रोगी को सांस लेने की क्षमता भी बेहतर हो जाती है। भाप लेने से खांसी कम हो जाती है, छाती की जकड़न से भी राहत मिलती हैं

2. निमोनिया का घरेलू इलाज हल्दी से करे :

आधा चम्मच हल्दी और चौथाई काली मिर्च का पाउडर एक गिलास गुनगुने पानी में मिला कर एक दिन में एक गिलास पीना चाहिए

हल्दी भी सांसों की तकलीफ को दूर करने में मददगार है। यह कफ को कम करने का काम करती हैं । 2 बार दिन में गर्म दूध में हल्दी पाउडर डालकर सेवन करना चाहिए !

3. खांसी के ऐंठन के लिए गर्म तरल पदार्थ: 

खांसी के ऐंठन गले के पीछे की ओर चिपचिपे स्राव के कारण होता रहता हैं। गर्म तरल पदार्थ आमतौर पर वायुमार्ग को आराम देता हैं !

4. निमोनिया से बचाव के लिए तुलसी का सेवन :

तुलसी पत्तों के रस में ताजा काली मिर्च पिस कर मिलाएं। हर छह घण्टे बाद इसका सेवन करना चाहिए । यह आपको निमोनिया से राहत पहुंचाने में बहुत मदद करता हैं ।

5 .सरसों के तेल से निमोनिया का इलाज कैसे करे :

सरसों के गुनगुने तेल में हल्दी का पाउडर मिलाएं और अपनी छाती पर इससे मसाज करें। इससे निमोनिया से बचाव करता है। यह बहुत लाभ पहुंचाता है।

 

 

 

 

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